Creative Edge Design Exam Coaching By Toprankers
Choose Creative Edge by TopRankers for Design Test Preparation
ग्राफ़िक डिजाइनिंग क्या है? (What is Graphic Designing? in hindi) : प्रौद्योगिकी आज मानव जीवन का एक मुख्य हिस्सा बन गई है। आज के बाजार को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि इसके बिना कोई भी व्यवसाय अपना अस्तित्व कायम नहीं रख सकता है। रचनात्मक लोगो से लेकर इंटरैक्टिव दृश्यों तक जो हम अपनी स्क्रीन पर, सड़कों पर और अपने आस-पास हर दिन देखते हैं, वह प्रौद्योगिकी से जुड़े ग्राफिक डिजाइन की मदद से किया जाता है जिसे हम ग्राफिक डिजाइनिंग (graphic designing) के रूप में जानते हैं। एक ग्राफिक डिजाइनर प्रत्येक व्यवसाय के लिए कुछ अनोखा बनाने के लिए एक रचनात्मक मस्तिष्क (creative mind) और प्रौद्योगिकी के ज्ञान को शामिल करता है।
This Story also Contains
ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग क्या है? (what is graphic designing?) इसे हम आसान शब्दों में समझते हैं, ग्राफिक डिज़ाइनिंग दृश्य संचार की एक प्रक्रिया है जो किसी को चित्रों के माध्यम से लक्षित दर्शकों तक एक विशिष्ट संदेश संप्रेषित करने में सक्षम बनाती है। यानी ग्राफिक डिजाइनिंग (graphic designing) एक ऐसा पेशा है जो एक कला को कार्यात्मक डिजाइन (functional design) में बदलकर विचारों को वास्तविक बनाने में सक्षम बनाता है।
ग्राफिक डिजाइन (graphic design) प्रौद्योगिकी के साथ डिजाइन सोच और कला (design thinking and arts) को शामिल करता है और विशिष्ट उद्देश्यों के लिए दृश्य जानकारी (visual information) प्रसारित करने में सहायता करता है। ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग क्या है, ग्राफ़िक डिज़ाइनर क्या करते हैं, सर्वोत्तम टूल और बहुत कुछ के बारे में अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ना जारी रखें।
ये भी पढ़ें - भारत में ग्राफिक डिजाइनर की सैलरी
ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग क्या है, इसे जानने के बाद आप जानना चाहेंगे कि ग्राफ़िक डिज़ाइनर क्या करते हैं? इसे ऐसे समझें - जो व्यक्ति रचनात्मकता के लिए शब्दों, चित्रों को डिजाइन करने का व्यवसाय करता है उसे ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) के रूप में जाना जाता है। एक ग्राफिक डिजाइनर वह होता है जो संदेश को सचित्र प्रतिनिधित्व में एन्कोड (encode) करता है। अधिकांश ग्राफ़िक डिज़ाइनर विज्ञापन, लोगो निर्माण, वेबसाइट डिज़ाइनिंग आदि के क्षेत्र से संबंधित हैं। ग्राफ़िक डिज़ाइनर संदेश, दृष्टिकोण और किसी व्यवसाय की कहानी को व्यक्त करने के लिए चित्रण और टाइपोग्राफी का उपयोग करते हैं।
वर्तमान समय में ग्राफिक डिजाइनर की मांग में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, क्योंकि भारत तेजी से डिजिटल हो रहा है और इसके कारण व्यवसायों में हो रहा बदलाव ग्राफिक डिजाइन में कॅरियर शुरू करने का एक आदर्श समय है। हालांकि ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Design) के रूप में कॅरियर शुरू करने के लिए किसी को औपचारिक डिग्री की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन एक डिग्री हमेशा आपको व्यवस्थित तरीके से ज्ञान प्राप्त करने और कॅरियर को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है और आपको बेहतर प्रस्तावों के लिए आवश्यक अनुभव प्रदान कर सकती है।
दुनिया सूचनाओं से भरती जा रही है और सूचनाओं को फ़िल्टर करने के लिए हमें रचनात्मक दिमागों (creative minds) की आवश्यकता है जो दृश्यों के माध्यम से संदेशों को आसानी से व्यक्त कर सकें और संदेशों को आसानी से समझने में मदद कर सकें। ग्राफ़िक डिज़ाइन का उद्देश्य दर्शकों को उस संदेश के माध्यम से जोड़ने में सक्षम बनाना है जिसे डिज़ाइनर बताना चाहते हैं।
ग्राफिक डिज़ाइन के मूल तत्वों (Elements of Graphic Design) में डिज़ाइन सिद्धांतों (Principles of Graphic Design) को सीखना शामिल है। दर्शकों को आकर्षित करने के लिए डिज़ाइन सामंजस्यपूर्ण प्रकृति का होना चाहिए। ग्राफिक डिज़ाइन के मूल तत्वों और सिद्धांतों में संतुलन, कंट्रास्ट, रंग, बनावट, आकार, पैटर्न आदि शामिल हैं जो डिज़ाइन को बढ़ाने और आकर्षक परिणाम बनाने में मदद कर सकते हैं।
ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग (Graphic Designing) को असंख्य तरीकों से अपनाया जा सकता है। प्रत्येक की एक विशेषज्ञता है जो ग्राफ़िक डिज़ाइन से संबंधित विभिन्न मुद्दों का समाधान कर सकती है। यहां कुछ सबसे सामान्य ग्राफ़िक डिज़ाइन उदाहरण दिए गए हैं:
इस प्रकार के ग्राफिक डिज़ाइन में ग्राहकों के लिए एक ब्रांड पहचान (brand identity) बनाना शामिल है। ग्राफिक डिजाइनरों को लोगो, रंग पैलेट, कार्ड और वह सब कुछ बनाने की आवश्यकता होती है जो एक व्यवसाय को चलाने के लिए आवश्यक है। डिज़ाइनर को ऐसे आकर्षक डिज़ाइन बनाने की ज़रूरत होती है जिन्हें विभिन्न मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर रखा जा सके।
आज की दुनिया में मार्केटिंग सबसे चुनिंदा कौशलों में से एक है जो किसी के पास भी हो सकता है। मार्केटिंग ग्राफिक डिजाइनर (Marketing Graphic Designer) किसी ब्रांड की पहचान (brand's identity) को दर्शकों के सामने पेश करने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट, टेम्प्लेट, पोस्टर, ब्रोशर, विज्ञापन आदि बनाते हैं। इनके जरिए ग्राफिक डिजाइनर कंपनी के कंटेंट को प्रमोट करता है।
मोबाइल एप्लिकेशन को सुचारू संचालन की आवश्यकता होती है जो यूजर इंटरफेस (यूआई) के माध्यम से किया जा सकता है। यूआई ग्राफिक डिजाइनर (UI Graphic Designer) किसी एप्लिकेशन की कार्यप्रणाली को डिजाइन करने में मदद करते हैं। डिज़ाइनिंग के गेम, ऐप, वेबसाइट सभी यूआई डिज़ाइन में शामिल हैं। डिज़ाइनर इसे सुचारू संचालन के लिए उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाता है।
किसी किताब को उसके कवर से नहीं आंका जा सकता, लेकिन कवर निश्चित रूप से किताब की बिक्री में एक बड़ी भूमिका निभाता है। ग्राफिक डिज़ाइन किताबों, पत्रिकाओं और कैटलॉग जैसे गैर-डिजिटल लंबे प्रकाशनों को भी डिज़ाइन करते हैं। इस तरह की ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग में कंपनी की रिपोर्ट भी शामिल होती है।
क्या आपने कभी किसी सुपरमार्केट के गलियारे में कोई उत्पाद देखा है और उसे सिर्फ इसलिए खरीद लिया क्योंकि वह आकर्षक या सुंदर या उत्तम दर्जे का लग रहा था? खैर उस ब्रांड के पीछे का श्रेय पैकेजिंग ग्राफिक डिजाइनर (Packaging Graphic Designer) को जाता है। पैकेजिंग ग्राफ़िक डिज़ाइन (Packaging Graphic Design) में भोजन, सौंदर्य प्रसाधन या कपड़ों की पैकेजिंग का निर्माण शामिल है जो ग्राहक को आकर्षित करता है।
ग्राफिक डिजाइनरों को पेशे में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए कुछ कौशल की आवश्यकता होती है। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि एक ग्राफिक डिजाइनर के रूप में आगे बढ़ने के लिए व्यक्ति को कलात्मक होने के साथ-साथ तकनीकी भी होना चाहिए। एक सफल ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए कुछ आवश्यक कौशल हैं जो यहां दिए गए हैं:
रचनात्मकता (Creativity)
रंग की समझ (Sense of colour)
रचना की समझ (Sense of composition)
सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने का कौशल (Skills to use software)
समय प्रबंधन (Time management)
ब्योरे पर ध्यान (Attention to Details)
मल्टी टास्किंग (Multitasking)
समस्या सुलझाने की क्षमता (Problem solving ability)
ब्रांड प्रबंधन (Brand management)
क्या आप होर्डिंग पर अपने डिज़ाइन देखना चाहते हैं? क्या आप सुपरमार्केट के गलियारों पर लोगो देखना चाहते हैं? क्या आप मानते हैं कि आपकी पैकेजिंग एक असफल ब्रांड की समस्या का समाधान कर सकती है? यदि हां, तो ग्राफ़िक डिज़ाइनर आपके लिए एक अच्छा पेशा हो सकता है। ग्राफ़िक डिज़ाइनर ऐसी सभी चीजों के साथ और भी बहुत कुछ बनाते हैं। विज़ुअल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के साथ इंटरनेट के तेजी से बढ़ने के साथ, ग्राफिक डिज़ाइनिंग (Graphic Designing) एक अच्छा कॅरियर हो सकता है। हम अपने आस-पास जो कुछ भी देखते हैं उसमें चित्र होते हैं, चाहे वह नूडल्स बनाने के निर्देश हों या आपके बगल वाली किताब में ग्राफिक्स हों। इसलिए एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर की बहुत अधिक मांग है।
ग्राफिक डिजाइन (graphic design) और ग्राफिक डिजाइनर (graphic designer) के बारे में जानने के बाद अब आपको यह जानने की उत्सुकता होगी कि ग्राफिक डिज़ाइन के लिए कौन से ग्राफिक डिजाइन पाठ्यक्रम (graphic design courses) हैं जिनकी पढ़ाई कर सकते हैं और सफलतापूर्वक कमाई शुरू करने के लिए ग्राफिक डिज़ाइन में क्या सीखना चाहिए?
किसी की उम्र और सामर्थ्य के अनुसार चुनने के लिए कई प्रकार के ग्राफिक डिजाइनिंग पाठ्यक्रम (graphic design courses) उपलब्ध हैं। संरचित शिक्षा और अनुभव सुनिश्चित करने के लिए कोई औपचारिक रास्ता चुन सकता है और कोई लंबी अवधि के पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकता है, या कोई जल्द ही शिक्षा पूरी करने और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए डिप्लोमा जैसे छोटे पाठ्यक्रमों का विकल्प चुन सकता है। ग्राफ़िक डिज़ाइन पाठ्यक्रम (graphic design courses) में प्रवेश पाने के क्या तरीके हैं इसकी एक सूची यहां दी गई है।
कोई व्यक्ति ग्राफिक डिजाइनिंग में विशेषज्ञता वाले बैचलर इन डिजाइन (B.Des in Graphic Designing) का विकल्प चुन सकता है, जो 12वीं कक्षा के बाद छात्रों के लिए चुनने के लिए सबसे उपयुक्त कोर्स है। यह चार साल का कोर्स है जो शुरुआत से ग्राफिक डिजाइन सिखाता है। भारत में ग्राफिक डिज़ाइन के कुछ सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में आवेदन करने के लिए छात्र को 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने होंगे। इसके साथ ही एक छात्र को पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए वांछित संस्थानों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा (Entrance exam) देनी होगी और उसमें उत्तीर्ण होना होगा।
भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में एनआईडी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन) शामिल है जो देश भर में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चयन करने के लिए एनआईडी प्रवेश परीक्षा (NID entrance test) आयोजित करता है। आईआईटी भी यूसीड (UCEED) के माध्यम से ग्राफिक डिजाइनिंग के छात्रों को प्रवेश देते हैं जो हर साल आयोजित किया जाता है। पर्ल एकेडमी, एक निजी संस्थान है जो B.Des कार्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करता है।
ग्राफ़िक डिज़ाइन स्नातक पाठ्यक्रमों ( bachelor’s in graphic design courses) की फीस आमतौर पर कुल मिलाकर 3 लाख से 10 लाख तक होती है। छात्र एनीमेशन, चित्रण, फ़ोटोशॉप आदि सीखते हैं और ग्राफिक डिजाइनर, वीडियो संपादन, वेब डिज़ाइन आदि जैसे कई क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं। बेहतर नौकरी के अवसर सुनिश्चित करने और विशिष्ट रुचियों को आगे बढ़ाने के लिए यदि संभव हो तो कोई उच्च अध्ययन करने का विकल्प भी चुन सकता है। बी.डेस (B.Des) के बाद की जाने वाली भूमिका के आधार पर कोई व्यक्ति 3-7 लाख के ग्राफिक डिजाइन वेतन (Graphic Design salary) की उम्मीद कर सकता है।
ग्राफिक डिज़ाइन पाठ्यक्रमों में स्नातक के बाद उच्च अध्ययन में रुचि रखने वाले छात्र यदि आवश्यकताओं को पूरा करते हैं तो वे मास्टर इन डिज़ाइन (M. Des) पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। एम.डेस (M. Des) के लिए पात्र होने के लिए किसी को अपनी बी.डेस डिग्री में कम से कम 50% अंक की आवश्यकता होती है या आर्किटेक्चर या इंजीनियरिंग में स्नातक भी एम.डेस में प्रवेश ले सकते हैं। ग्राफिक डिजाइन में एम.डेस पाठ्यक्रम (M. Des in Graphic Designing) दो साल का पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है जो छात्रों को डिजाइन के क्षेत्र में गहन ज्ञान देता है।
आर्क स्कूल ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस एम.डेस के लिए एक प्रतिष्ठित विकल्प है और यह उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एआईईईडी (AIEED) नामक प्रवेश परीक्षा (entrance test) आयोजित करता है। CEED (डिज़ाइन के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा) भी एक परीक्षा है जिसके बारे में छात्रों को जानकारी रखनी चाहिए। एम.डेस कोर्स फीस (M.Des course fees) 20,000 से 12 लाख तक हो सकती है।
हालांकि, यदि कोई समय या वित्तीय बाधाओं के पारंपरिक रास्ते को नहीं चुनना चाहता है या अपना कॅरियर बदलना चाहता है, तो वह कई डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का विकल्प चुन सकता है जो ग्राफिक डिजाइन की मूल बातें सिखाते हैं।
ग्राफ़िक डिज़ाइन में स्नातक पाठ्यक्रम को छोड़कर अन्य ग्राफ़िक डिज़ाइन पाठ्यक्रम में भी एडमिशन लेकर छात्र अपना कॅरियर संवार सकते हैं।
ग्राफिक डिजाइनिंग में डिप्लोमा (Diploma in Graphic Designing) एक साल का पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है जो किसी भी स्ट्रीम से 12वीं के बाद ग्राफिक डिजाइन में कॅरियर बनाने वाले छात्रों के लिए बनाया गया है। इस संक्षिप्त पाठ्यक्रम के तहत छात्र ग्राफिक डिजाइनिंग में किसी भी ग्राफिक क्षेत्र के अनुभव के साथ सीख सकते हैं। छात्र के पास 12वीं कक्षा में कुल 50% अंक होने चाहिए। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश आमतौर पर उम्मीदवार की योग्यता पर निर्भर करता है। इस कोर्स की फीस चुने गए विश्वविद्यालय के आधार पर 25,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक है। योग्य उम्मीदवारों के लिए वित्तीय लाभ सुनिश्चित करने के लिए कई छात्रवृत्ति अवसर भी उपलब्ध हैं।
ग्राफिक डिजाइनिंग में डिप्लोमा (Diploma in Graphic Designing) के बाद नौकरी में प्रस्तावित वेतन भूमिका और कंपनी में भर्ती के आधार पर 3 लाख से 6 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकता है। एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, दिल्ली एक प्रतिष्ठित निजी संस्थान है जो ग्राफिक डिजाइन में डिप्लोमा प्रदान करता है। डिप्लोमा कोर्स के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी भी एक अच्छा विकल्प है।
इन दिनों इंटरनेट पर सब कुछ उपलब्ध है। ग्राफिक डिजाइन में कॅरियर बनाने के इच्छुक युवा ऑनलाइन ग्राफिक डिज़ाइन पाठ्यक्रम देख सकते हैं? और ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग में क्या सीखना है?, ग्राफ़िक डिज़ाइनर की भूमिका क्या होती है, यह भी जान सकते हैं। उम्मीदवार कुछ ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को भी पढ़ सकते हैं जो उन्हें ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग की दुनिया में उतरने में मदद कर सकते हैं।
उम्मीदवार हमेशा चुनाव करने से पहले कॅरियर के बारे में थोड़ा और पढ़ने का विकल्प चुन सकते हैं और आप पाठ्यक्रम के बारे में गाइडबुक ढूंढकर ऐसा कर सकते हैं। ऑनलाइन बहुत सारे संसाधन हैं जो प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र प्रदान कर सकते हैं जो आपको अपना बायोडाटा बनाने में मदद करेंगे। ये संसाधन आपको ग्राफ़िक डिज़ाइन को समझने में मदद करेंगे कि यह क्या है, ग्राफ़िक डिज़ाइनर क्या करते हैं और ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बनें।
शिक्षा के वर्षों के दौरान, डिजाइनर रचनात्मक सोच विकसित करने और विस्तार पर नजर रखने के लिए कठोर प्रशिक्षण से गुजरते हैं। डिज़ाइनर टाइपोग्राफी के बारे में भी सीखते हैं जो डिज़ाइनरों को विभिन्न फ़ॉन्ट के साथ खेलने में सक्षम बनाता है। ग्राफ़िक डिज़ाइनर विभिन्न रंग सिद्धांतों और छवि संपादन तकनीकों के बारे में सीखते हैं।
लोगो डिज़ाइनिंग ग्राफिक डिज़ाइनिंग का एक और महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि प्रत्येक ब्रांड को शुरुआत के लिए एक अद्वितीय और सार्थक लोगो की आवश्यकता होती है जो आम जन के बीच अपनी पहचान बना सके। डिज़ाइन-संबंधी कौशल के साथ-साथ एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर को सर्वोत्तम ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग टूल में भी पारंगत होना चाहिए जो उन्हें अपने विचारों को दृश्य रूप में लाने में मदद कर सके।
ग्राफिक डिजाइनर (graphic designer) का काम अपने विचारों को वास्तविक दुनिया में लाना है और ऐसा करने के लिए उन्हें प्रौद्योगिकी में अच्छी तरह से पारंगत होने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और अपने ग्राहकों के लिए सौंदर्यपूर्ण और अद्वितीय डिजाइन बनाने के लिए विभिन्न उपकरण सिखाए जाते हैं। वेबफ्लो पर एक व्यापक सूची से, ग्राफिक डिजाइनरों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कुछ सर्वोत्तम-क्यूरेटेड सॉफ़्टवेयर नीचे सूचीबद्ध हैं।
एडोब इलस्ट्रेटर (Adobe Illustrator) : ग्राफिक डिजाइनरों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उच्च-स्तरीय उत्पादों के लिए सबसे अच्छे टूल में से एक एडोब इलस्ट्रेटर है। यह एक सप्ताह के लिए निःशुल्क परीक्षण (free trial) प्रदान करता है और कई फ़ाइल स्वरूपों का समर्थन कर सकता है। हालांकि, कीमत बहुत बजट-अनुकूल नहीं हो सकती है।
एफ़िनिटी डिज़ाइनर (Affinity Designer): यह ग्राफिक डिज़ाइनिंग में शुरुआती उपयोगकर्ता के लिए बजट-अनुकूल विकल्प है। इसकी एक महीने की नि:शुल्क परीक्षण अवधि है जिसके बाद एकमुश्त शुल्क भुगतान होता है। इस सॉफ़्टवेयर की विशेषता यह है कि यह सटीक डिज़ाइन सुनिश्चित करने के लिए एक्स-रे दृश्य और 1,000,000% ज़ूम प्रदान करता है।
प्रोक्रिएट (Procreate) : डिजाइनरों द्वारा सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले टूल में से एक प्रोक्रिएट है, इस टूल के साथ कोई एनीमेशन भी आज़माया जा सकता है। यह कोई परीक्षण अवधि प्रदान नहीं करता है और केवल iPad पर काम करता है। इसे एक बार खरीद कर जीवन भर उपयोग कर सकते हैं। यह 200 से अधिक अनुकूलन योग्य ब्रश और रचनात्मकता तक पहुंच प्रदान करती है।
एडोब फोटोशॉप (Adobe Photoshop) : यह अधिकांश पेशेवर डिजाइनरों के लिए रोजी-रोटी का साधन है। यह ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग के लिए सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला टूल है। यह सात दिन की परीक्षण अवधि प्रदान करता है जो हजारों स्टॉक छवियों तक पहुंच और कई छवि प्रारूपों के लिए समर्थन प्रदान करता है। आप अपने बायोडाटा में कुछ कौशल जोड़ने के लिए हमेशा फोटोशॉप सीख सकते हैं, यहां शीर्ष पाठ्यक्रमों की एक सूची दी गई है।
कैनवा (Canva) : यह सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले ग्राफिक डिजाइनिंग टूल (graphic designing tool) में से एक है जिसका उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है। टेम्पलेट्स और सुविधाओं की एक विस्तृत श्रृंखला निःशुल्क उपलब्ध है। हालाँकि, यह कुछ विशेष सुविधाओं और टेम्पलेट्स का लाभ उठाने के लिए ऐप खरीदारी की भी पेशकश करता है। यह अन्य डिज़ाइनरों के साथ सहयोग करने और एक टीम फ़ोल्डर बनाने की सुविधा प्रदान करता है। यदि आप कैनवा सीखना चाहते हैं तो यहां उन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की एक सूची दी गई है जिन्हें आप देख सकते हैं।
ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग उद्योग इस समय बहुत अधिक मांग में है। बहुत सारी तकनीकी प्रगतियां हैं जो नौकरियां ले रही हैं, लेकिन डिज़ाइन ऐसी नौकरियों में से एक है जिसके लिए रचनात्मक सोच और समस्या सुलझाने की क्षमताओं की आवश्यकता होती है। ग्राफ़िक डिज़ाइन उद्योग का भविष्य अच्छा है और सही कौशल, अनुभव और सीखने के उत्साह के साथ कोई भी ग्राफिक डिजाइन उद्योग में आगे बढ़ सकता है।
एक बार जब छात्र ग्राफिक डिजाइनिंग की बुनियादी बातों से अच्छी तरह वाकिफ हो जाते हैं तो वे एक पोर्टफोलियो बनाने और इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। पोर्टफोलियो कुछ बेहतरीन ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग टूल के बारे में उनके ज्ञान को प्रतिबिंबित करेगा, और इंटर्नशिप आपको वास्तविक जीवन के अनुभवों और समस्याओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित कर सकती है।
अंत में, ग्राफिक डिजाइनिंग में कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद, छात्र नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं और ग्राफिक डिजाइनिंग में एक साहसिक लेकिन योग्य यात्रा के लिए तैयार हो सकते हैं। डिजाइनिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो अनुभव को महत्व देता है और अनुभव के साथ ग्राफिक डिजाइनिंग जैसा एक बढ़ता हुआ क्षेत्र है जिसमें आप अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं।
Frequently Asked Questions (FAQs)
ग्राफिक डिज़ाइन उन छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो रचनात्मक हैं और प्रौद्योगिकी में भी रुचि रखते हैं। डिजिटलीकरण और बढ़ते ऑनलाइन व्यवसायों के कारण ग्राफिक डिजाइनिंग में कॅरियर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए यह सबसे अच्छा समय हो सकता है क्योंकि भविष्य में यह एक चुनौतीपूर्ण कॅरियर विकल्प बन सकता है।
टीसीएस और अमेज़ॅन जैसी बड़ी कंपनियां ग्राफिक डिजाइनरों को प्रति वर्ष 2-7 लाख रुपये तक का भुगतान करने को तैयार हैं। हालांकि, किसी को यह समझना चाहिए कि यह एक ऐसा कौशल है जिसके लिए अनुभव की आवश्यकता होती है और उद्योग के ज्ञान के साथ वेतन अधिक बढ़ सकता है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर ज़्यादातर विज्ञापन अभियानों के लिए डिज़ाइन बनाते हैं, ब्रांड के लिए लोगो बनाते हैं, कभी-कभी इंटरैक्टिव वेबसाइट तत्व बनाने में भी मदद करते हैं। वे मैगजीन कवर के लिए भी काम करते हैं।
ग्राफिक डिज़ाइनिंग दृश्य संचार की एक प्रक्रिया है जो किसी को चित्रों के माध्यम से लक्षित दर्शकों तक एक विशिष्ट संदेश संप्रेषित करने में सक्षम बनाती है। यह एक शैक्षणिक अनुशासन भी है जो छात्रों को यही सिखाता है।
On Question asked by student community
Hello,
Getting admission in IITs or NID for BDes depends on a few things: your entrance exam score, portfolio, and sometimes your interview performance.
IITs (for BDes) : Admission is mainly through UCEED . You need a good rank in UCEED to get in.
NID : Admission is through NID DAT (Design Aptitude Test) . Your portfolio and DAT score matter a lot.
If your preparation and scores are strong, you have a chance. You can check previous years’ cut-offs to see where you stand.
Hope it helps !
Here are top BDes (Fashion Design) colleges in Bangalore:
National Institute of Fashion Technology , Bangalore – Top choice
JD Institute of Fashion Technology
Vogue Institute of Art and Design
IIFA Multimedia
Army Institute of Fashion and Design
Taking a second drop is not an issue if you clear the required entrance exams or meet the eligibility criteria.
FLAME University Pune is a good option for B.Des if you’re looking for a creative and interdisciplinary learning environment . The university offers a well-structured design program combined with liberal arts, allowing students to explore multiple interests It has a beautiful and modern campus with strong academic support and personalized attention due to smaller batch sizes. However, it is more know liberal arts and business programs, so if you want a purely design-focused education, you might also consider institutes like MIT-WPU or Shiv Nadar University. Overall, FLAME is suitable for students who want a broad, flexible design education and can afford the higher fees.
CUET qualifies BDes Fashion Designing students.
The basis for admission is the CUET score.
yes, Indeed, CUET qualifies BDes Fashion Designing students.
Admission CUET score is very important.
Ranked #45 amongst Universities in India by NIRF | Ranked #1 in Academic Reputation in India by QS World University Rankings
Recruiters: Tommy Hilfiger, USPA, Arvind etc | Only Fashion Institute in India to have entered the LIMCA BOOK OF RECORDS
Ranked #45 Among Universities in India by NIRF | 1950+ Students Placed, 91% Placement, 800+ Recruiters
A++ Grade by NAAC | Ranked #22 among all Indian Universities by NIRF in 2024 | 100% Placement, 60 LPA Highest CTC, 300+ Recruiters
EXAMS dates- 13-14 Dec | Leading Design College | Highest CTC: ₹12 LPA | Average CTC: ₹7.5 LPA | Scholarships for Deserving Students
Ranked 2nd in the IIRF 2023 Design School Ranking | Approved by AICTE | Highest CTC 13 LPA